Monthly Archives: July 2014

देख ली अक्षय की “होलीडे” !!!

कई लोगो ने सुझाया तो देखली और देखकर बडा अजीब सा लगा|
> पुरी फिल्म आंतकवादीयों के स्लीपर-सेल को लकर बनी यानी की मुख्य मुद्दा आंतक वाद का
> आज बच्चा-बच्चा जानता हैं की आतंकवाद का नाम तक लो तो इस्लामी कट्टरपंथीयों का ही चेहरा सामने आता हैं
> यांनी की जबतक इन कट्टरपंथीयों की छवी और सोच की झलक ना दिखे तो कम-से-कम भारत द्वारा झेले जा रहे आतंकवाद कि परिभाषा ही अधुरी हैं Continue reading

महाभारत का रक्त-रंजीत मंजर

स्टार-प्लस पर दिखाई जा रही महाभारत में चाहे वो अभीमन्यु कि विरगती हो या दुःशाशन वध, इन द्रश्यों को काफी ही रक्त-रंजीत कर उस समय की यथास्थिति को इस तरह जिवंत कर दिया की कई अहिंसा प्रेमियों को पसंद ना आया हो और उन्होने चैनल तक बदल दिया हो…

लेकिन हमारे अतीत की वो सच्चाई जो हमारे धर्म और मनुष्य जीवन का आधार हैं, सभी को उसके जिवंत स्वरूप में अवश्य ही देखना और समझना चाहीये क्यूंकि हिंसा भले ही अमानवीय जरूर हो लेकिन धर्म की रक्षा हुतु इसके लिए भी तैयार रहना उतना ही जरूरी हैं जितना की जीने के लिए “सांस” लेना।

इसलिए तो गीता में श्रीकृष्ण ने कहा हैं : अहिंसा परमो धर्मः धर्महिंसा तथैव च:

(यदि अहिंसा परम् धर्म है, तो धर्म के लिए हिंसा भी परम् धर्म है)

#Mahabharat

image

एक गौ-भक्त से मुलाकात हुई

एक गौ-भक्त से मुलाकात हुई…..

मिलते ही मेंने कहा “जय गौ माता” उसने भी पुरी श्रद्धा से जवाब दिया “जय गौ माता”

मेंने कहा विदेशी देश को लुट रहे …. उसने कहा जय गौ माता
मेंने कहा विधर्मीयों ने लव जिहाद छेड रखा हैं … उसने कहा जय गौ माता
मेंने कहा गरीब हिंदु (जेन, सिख, सनातन, बोद्ध) धर्मियों का धर्मांतरण हो रहा …. उसने कहा जय गौ माता
मेंने कहा विदेशी मिडीया लौगों को गुमराह कर रहा … उसने कहा जय गौ माता
मेंने कहा लौगो में देशभक्ति दम तोड रही … उसने कहा जय गौ माता
मेंने कहा देश बर्बादी की और हैं गद्दार नेता को नंगा करना हैं …. उसने फिर कहा जय गौ माता

मैं सच्चे दिल से उस गौ-भक्त की गौ-भक्ती को नमन करता हुँ क्युँ की उसमें वो भक्ति हैं जिससे में खुद भी शायद अग्यान व अपरिचीत हुँ |

ये बात जरूर सच हैं कि बगैर गौ-भक्ति के इंसान का अस्तित्व ही निराधार हैं और गौ माता कि जय तो हिंदु की अंतीम साँस तक गुँजेगी… लेकीन भाई, सिर्फ गौ माता के नाम से क्या देश बचेगा? क्या गौ हत्या रूकवा भी लिये तो गद्दार गैरधर्मी अपने पापों से मुँह मोड लेंगे?

मेरा यह तो बिल्कुल ही नहीं चाहुँगा की वो अपनी गौ-भक्ति को कम करे और मेरे इस लेख से एसा हुवा तो भी मैं एक बडे पाप का भागी हो जाऊंगा लेकिन मैं ये जरूर चाहुँगा कि मेरा यह गौ भक्त दुसरी जटिलताऔ को कम ना समझे|

और मेरा आंकलन तो यही मानता हैं कि जब तक एसी अन्य समस्याऔ से लोग जागृत हो कर, लड कर विजय नहीं प्राप्त कर लेते हमारी गौ माता को हम जिस स्थान पर देखना चाहते हैं वो संभव नहीं|

(नोट: यह विचार पुर्ण रूप से मेरे नीजी हैं और इससे किसी के विचारो को आहात करने का कोई ईरादा नहीं, अगर एसा होता हैं तो क्षमा करे)

जय गौ माता 