सेक्युलरवाद के अंत का शंखनाद
बीहार चुनाव से होगी शुरूवात!!!
हाल ही में जम्मु-कश्मीर के पुर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने अपनी जात दिखाते हुवे बयान दिया कि इंजीनीयर रशीद, जिसने गौ-मांस कि पार्टी दि थी, उसने कुछ भी गलत नहीं किया|
उमर ने कहा कि जिस प्रदेश में हिंदु बहुमत में हैं यदी वहाँ उनकी भावना को समझते हुवे गौ-मांस को प्रतीबंधीत किया जा सकता हैं तो यहाँ कश्मीर में हम मुस्लीमो का बहुमत हैं और हमें भी हक हैं कि हम गौ-मांस को खा सके, यह हमारे धर्म के अनुसार जायज भी हैं| उन्होने रशीद का पक्ष लेते हुवे कहा कि गौ-मांस कि पार्टी दे कर रशीद ने कोई कानुन नहीं तोडा फिर उसे किस बात कि सजा दि जा रही|
उमर के इन बयानों से यह सपष्ट हो जाता हैं कि इन जैसे हरामीयों को सिर्फ कानुन के डंडे कि भाषा ही समझाई जा सकती हैं| यह हमें कश्मीर सहीत संपुर्ण भारत में गौ-हत्या रूकवानी हैं तो संवीधान के तहत कानुन बनाना बेहद जरूरी हैं| जिसके लिये राज्यसभा में मोदी सरकार को बहुमत कि जरूरत होगी|
मौजुदा बीहार व उत्तर प्रदेश के चुनाव इस लिहाज से भी बेहद महत्तव पुर्ण हो गये हैं जिसमें बीजेपी का भारी मतो से जितना जरूरी हैं| इसके बाद ही मोदी सरकार कुछ कडे फैसले लेने में सक्षम हो सकेगी जिसमें common civil code, कश्मीर से धारा ३७० का खात्मा, राममंदीर का नीर्माण जैसे अहम मुद्दे शामील हैं| अगर ये मुद्दे सुलझाने में मोदी सरकार सफल हो जाती हैं तो देश से सेक्युलरवाद का अंत भी नीश्चित हो सकता हैं|
लोकसभा चुनाव से कांग्रेस कि उल्टी गीनती शुरू हुई थी अब बीहार चुनाव से सेक्युलरवाद के खात्मे कि उल्टी गीनती शुरू होगी| हर हिंदु को जातीवाद से मुक्त संघठित हो कर हिंदु-वोक बँक कि तरह बीजेपी को जिताना ही होगा| हिंदु हित का देश बनाना हैं तो हिंदु वोट बँक के सुत्र को यथार्थ में बदलना ही होगा|
कांग्रेस मुक्त भारत तो सफल हो रहा
अब सेक्युलरवाद से भारत को मुक्त करना हैं|
|| जयतु जयतु हिंदुराष्ट्र ||